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ब्रह्म कमल(Brahma kamal) फूल ,उपयोग,औषधीय गुण,खिलने का समय

 

ब्रह्म कमल
(Brahma Kamal)

 ब्रह्म कमल सक फूल एक अद्भुत फूल है। ब्रह्म कमल सफेद रंग का होता है यह वाकई में आकर्षक होता है इससे एक मनमोहक सुगंध आती है |ब्रह्मा कमल इसे ब्रह्मा जी का पुष्प माना जाता है

तने के कटने से जेल जैसा पदार्थ निकलता है। तनों में बहुत अधिक पानी से भरे ऊतक होते हैं। तना सीधा, आरोही, तिरछा, या फैला हुआ और गहराई से शाखाओं वाला होता है।ब्रह्म कमल केवल हिमालय की पहाड़ियों पर पाया जाता है आज कल और जगह भी मौजूद है

Queen Of The Night ,Nishagandhi(Brahma Kamal)


ब्रह्म कमल के अन्य नाम:-

ब्रह्मा कमल के अन्य नाम:-

  • Queen Of The Night
  • Marathi – ब्रह्मकमल (Brahma kamal)
  • Hindi  –  निशागन्धी (Nishagandhi)
  • Botanical name – Epiphyllum oxypetalumFamily – Cactaceae (Cactus family)

ब्रह्म कमल के खिलने का समय-

Queen Of The Night ,Nishagandhi(Brahma Kamal) ka phool


ब्रह्म कमल के खिलने का समय जुलाई मास से सितंबर मास के बीच का होता है यह वर्ष में एक बार ही उगते हैं। और वह भी 4 या 5 घंटे के लिए|

इसकी विशेषता है कि ब्रह्मा कमल जब भी खिलता है तो उसमें ब्रह्मा तथा त्रिशूल की आकृति निखर कर आती है ब्रह्मकमल  केदारनाथ और बद्रीनाथ के मंदिरों में ब्रह्म कमल ही प्रतिमाओं पर चढ़ाए जाते हैं। ब्रह्मकमल भगवान शिव का सबसे प्रिय पुष्प है

ब्रह्मकमल धार्मिक नियम –

Brahma Kamal ka phool day


ब्रह्मा कमल धार्मिक नियम ,ब्रह्मा कमल को ना तो खरीदा जाना चाहिए और ना ही भेजा जाना चाहिए इस फूल को केवल उपहार के रूप में देना चाहिए इसी नर्सरी से या कहीं से खरीद कर ला कर उगाया नहीं जाना चाहिए नहीं तो यह असर नहीं करेंगी

 ब्रह्म कमल की उत्पत्ति :-

पौराणिक मान्यता है कि ब्रह्मकमल भगवान शिव का सबसे प्रिय पुष्प है। केदारनाथ और बद्रीनाथ के मंदिरों में ब्रह्म कमल ही प्रतिमाओं पर चढ़ाए जाते हैं। किवदंति है कि जब भगवान विष्णु हिमालय क्षेत्र में आए तो उन्होंने भोलेनाथ को 1000 ब्रह्म कमल चढ़ाए, जिनमें से एक पुष्प कम हो गया था। तब विष्णु भगवान ने पुष्प के रुप में अपनी एक आंख भोलेनाथ को समर्पित कर दी थी। तभी से भोलेनाथ का एक नाम कमलेश्वर और विष्णु भगवान का नाम कमल नयन पड़ा। इसलिए कहा जाता है कि ब्रह्म कमल का फूल विशेष दिनों में केदारनाथ में चढ़ाने से शिवजी प्रसन्न होकर जातक की मनोकामना पूर्ण करते हैं।

ब्रह्मा कमल औषधीय गुण –

ब्रह्मा कमल औषधीय गुण


ब्रह्मा कमल औषधीय गुण 

  • इसका स्वाद कड़वा थोडा होता है।
  • इस पुष्प का इस्तेमाल सर्दी जुकाम हड्डी के दर्द आदि में भी किया जाताहै
  • इसे सुखाकर कैंसर रोग की दवा में इस्तेमाल किया जाता है
  • इससे निकलने वाले पानी को पीने से इम्युनिटी बढ़ती है

ब्रह्म कमल उपयोग -

ब्रह्म कमल उपयोग -Brahma kamal


ब्रह्म कमल उपयोग -
  • बद्रीनाथ में ब्रह्म कमल फूल चढ़ाने की परंपरा रही हैशास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा कमल को दरवाजे पर टांगने से पूरी शक्तियां घर से दूर रहती हैं 
  • माना जाता है कि ब्रह्मा कमल मनुष्य की इच्छाओं को पूरा करता है
  • ब्रह्म कमल के फूल को ब्रह्म स्थान पर लगाने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं

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